प्रार्थना में जो कुछ माँगा पूरा करो अरमान
सारी खताएं मानता हूँ तेरा करूँ अब ध्यान
दिल से धीमी आवाज आई अपने गुनाहों को मान
जान लिया मैंने आवाज उसकी जिसका किया अपमान
ईमान लाये तुझ पे मसीहा आये तुम्हारे पास
माफ करो अब पाप हमारे कर दो लहू से साफ
जाना सभी को आखिर वहीं है होगा जहाँ इन्साफ
धो दो दिलों को आज हमारे कर दो लहू से साफ
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