Sunday, February 16, 2025

Kuch Kamti Na Mujhko Hogi (कुछ कमती न मुझ को होगी)

 कुछ कमती मुझ को होगी,

मेरा यीशु मसीह है गड़रिया

 

मुझे हरी हरी घास चराता,

और निर्मल पानी पिलाता,

मुझे भूख पियास होगी,

मेरा यीशु मसीह है गड़रिया

 

वह मेरी जान बचाता,

और सच्ची राह दिखाता,

इस राह में थकन होगी,

मेरा यीशु मसीह है गड़रिया

 

मृत्यु का भय जब छावे,

और मेरी जाने दुःख पावे

तेरी छड़ी से हिम्मत होगी

मेरा यीशु मसीह है गड़रिया

 

मेरे दुश्मन को तू हरावे,

मेरा दस्तरख्वान बिछावे,

खुशी उसको कुछ भी होगी,

मेरा यीशु मसीह है गड़रिया

 

मेरे सर पर तेल झलकता,

और प्याला मेरा छलकता,

तेरे घर में खुशी तब होगी,

मेरा यीशु मसीह है गड़रिया

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