१ हम विश्वास से
एक देश देखते हैं
जो इस पृथ्वी से
है शोभायमान,
वहां
यीशु कर रहा तैयार
मेरे
लिये एक रहने का
स्थान ।
थोड़ी
देर में वहां
प्यारो
जाके हम सब मिलेंगे।
२ अपने काम से
विश्राम करेंगे
शोक
और क्लेश अऔर सब दुःख
होंगे दूर,
भजन
सुन्दर मनोहर वहा
तब हम गावेंगे हर्ष
से भरपूर
३ प्रेम और शरशिष अनुग्रह
संपूर्ण,
शआनन्द
पूर्वक मन खोल के
सदा,
यह हैं पिता के
अ्रदभुत वरदान
हम तब करेंगे स्तुति
का गान।
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