मैं जहाँ हूँ तेरी योजना है
मैं जैसा हूँ तेरी रचना हूँ
मेरा जीवन तेरे हाथों में, तेरे हाथों में
तेरी मर्ज़ी मेरे लिए हानि और नाश की नहीं
तू चाहे सिर्फ भलाई मेरे जीवन में सदा
मैं हूँ अटल तेरे वादों पे
ना कोई शस्त्र रोकेगा मुझे
ज़ंजीरों को तोडा है तू ने, तोडा है तू ने
तोड़ दिया तू ने
तू मेरा खुदा पिता भी तू मेरा
बाँहों में तेरे मैं रहूँ सदा
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